Computer Hardware Kya Hai – क्या आप डिटेल्स में जानना चाहते है की, कंप्यूटर Hardware क्या है (What is Hardware in Hindi)? अगर आप Hardware से जुड़े सवालों का ज़बाब ढूंड रहे है. तो आप बिलकुल सही पोस्ट पढ़ रहे हैं.
एक computer यूजर को hardware (हार्डवेयर) के बारे में जानकारी होना, बहुत ही जरूरी है. ताकि अगर आपके सिस्टम में कोई छोटी मोटी खराबी आ जाए. तो आप उसे ठीक कर सके.
वैसे तो ज्यादातर लोगों को यह पता है की, मुख्य रूप से कंप्यूटर के 2 Parts होते है. पहला Hardware और दूसरा Software. सॉफ्टवेर जिसे Computer Program भी कहा जाता है. Software को आप अपने computer और मोबाइल में हर दिन इस्तमाल भी करते है. जैसे MS-Word, MS-Excel, Tally, Max Player etc.
वही हार्डवेयर की बात करे. तो Keyboard, Motherboard, Mouse, Speaker, hard disk, Monitor, CPU, Pendrive ये सारे Hardware हैं. अब यह बात भी उतना ही सच है की, बिना hardware के software और बिना software के हार्डवेयर कुछ नहीं.
क्यों की बिना keyboard के आप MS-Word या MS-Excel पर कुछ लिख ही नहीं पाएगे, तो वही अगर software ना हो. तो keyboard या mouse किसी काम की नहीं. उम्मीद करते है, आपको मेरी बाते जरुर समझ में आ रही होगी. चलिए डिटेल्स में जानते है की, Computer Hardware Kya Hota Hai?
हार्डवेयर क्या हैं – What is Computer Hardware in Hindi?
Hardware किसे कहा जाता है? Computer के वे भाग जिन्हे हम देख और छू सकते है. उन्हे हार्डवेयर कहते हैं. दरासल यह कम्प्युटर के भौतिक (Physical) भाग होते है. जिसमें digital circuit लगे होते हैं. इन्ही सबको मिलकर computer के शरीर का निर्माण होता हैं. Hardware को HW या H/W भी कहा जाता हैं.
कंप्यूटर के वे भौतिक भाग, जिन्हें हम देख और छू सकते हैं. हार्डवेयर कहलाते हैं. जैसे की मदरबोर्ड, कीबोर्ड, माउस, मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर, इत्यादि.
एक computer में जितने भी INPUT, OUTPUT, Processing और Storage Device होते है. वे सारे हार्डवेयर कहलाते है. इन्ही सारे हार्डवेयर को मिलाकर ही, कंप्यूटर का निर्माण होता है. लेकिन यह बात भी उतना ही सत्य की, “सॉफ्टवेर बिना हार्डवेयर कुछ भी नहीं”.
आप ऐसा कह सकते है की, अगर Software कंप्यूटर की आत्मा है. तो Hardware Computer का शारीर. क्यों की Hardware से कोई भी काम करवाने के लिए, हम Software का ही सहारा लेते है.
मान लीजिये अगर आपको कंप्यूटर पर कोई movie देखनी है. तो आपको Media Player या VLC पर movie play करनी होगी. उसके बाद ही speaker की मदद से आप sound सुन पाएगे. मतलब आप यह कह सकते है की, hw (hardware) को sw (software) के माध्यम से कंट्रोल किया जाता है.
आपने 2 तरह का system देखा होंगा.
- Laptop
- Desktop
अगर बात करे लैपटॉप की, तो Laptop में सारे physical components एक साथ आपस में जुड़े हुवे आते हैं. वही desktop के components अलग अलग आते हैं. लेकिन कंप्यूटर और लैपटॉप दोनों में ही, hardware लगभग एक जैसे ही होते हैं.
कंप्यूटर Hardware को मुख्य रूप से 2 भागो में विभाजित किया जाता है.
Internal Hardware : कंप्यूटर के आंतरिक भाग आमतौर पर computer case के अंदर मौजूद होते है. जिसके कारण ये हमें दिखाई नही देते है. इन आंतरिक भाग को देखने के लिए, हमे कंप्यूटर ओपन करके देखना होगा. Internal हार्डवेयर की लिस्ट आप निचे पढ़ सकते है.
- Motherboard
- RAM
- Central processing unit (CPU)
- Drive
- PSU (Power Supply Unit)
- NIC (Network card)
- Heat Sink (Fan)
- GPU (Graphical processing unit)
External Hardware : computer के बाहरी भाग को peripheral components भी कहते है. External Hardware बाहर से computer के साथ जुड़े रहते है. इन में Input और Output Device शामिल है. जिनकी लिस्ट आप निचे पढ़ सकते है.
- Monitor
- Mouse
- Keyboard
- Printer
- Speaker
- UPS (Uninterruptible Power Supply)
चलिए हमलोग डिटेल्स में Hardware के प्रकार और Examples के बारे में जान लेते हैं.
हार्डवेयर के प्रकार (Types of Hardware in Hindi)
यहाँ Computer Hardware को अलग-अलग चार श्रेणियों में विभाजित किया गया है. ताकि आप आसानी से कंप्यूटर hardware के प्रकार को समझ सके.
1. Input Device
इनपुट डिवाइस के अंतर्गत वे hardware devices आते है. जो कंप्यूटर को data सेंड करने का काम करते है. इन्ही devices के द्वारा ही, आप कंप्यूटर से interaction कर पाते है. उदाहरण के तौर पर आप Keyboard को ही ले लीजिये. कंप्यूटर पर आप कीबोर्ड के द्वारा ही, numeric और alphanumeric data को टाइप कर पाते है.
ऐसे में अगर keyboard ना होता. तो सोचिये कंप्यूटर पर हमे data इंटर करने में कितनी परेसानी होती. चलिए ऐसे ही कुछ Input device के उदाहरण जान लेते है.
- Mouse
- Keyboard
- Web Camera
- Scanner
- Microphone
- Modem
2) Output Device
आउटपुट device के अंतर्गत वे कंप्यूटर hardware आते है. जो computer data को यूज़र तक display या पहुचाने का काम करते है. उदाहरण के तौर पर आप Monitor को देख लीजिये. इसी की मदद से आप कंप्यूटर में इनपुट display को देख पाते है. मॉनिटर को computer का मुख्य output डिवाइस भी कहा जाता है.
कंप्यूटर पर आपके द्वारा दिए गए, किसी भी instruction या data को आप तक पहुचाने के लिए, output device का ही सहारा लिया जाता है. Output device के कुछ उदाहरण नीचे दिये गए है. जिन्हें पढ़ कर आप Output डिवाइस के बारे में और अच्छे से जान सकते है.
- Monitor
- Printer
- Speaker
- Headphones
3) Processing Device
किसी input device, जैसे की Keyboard के माध्यम से जब कंप्यूटर को डाटा सेंड किया जाता है. तो वह data Monitor या फिर किसी output device को भेजे जाने से पहले, एक intermediate स्टेज से हो कर गुजरता है.
दरासल ये वह स्टेज होता है. जहाँ raw डाटा को इनफार्मेशन में बदला जाता है. Processing device computer का वह hardware है. जो intermediate stage को संभालने का काम करते है. इन्हें internal memory device भी बोला जाता है. Processing Device के कुछ प्रमुख उदाहरण आप निचे पढ़ सकते है.
- CPU (Central processing unit)
- GPU (Graphics processing unit)
- Network Card
- Motherboard
4) Storage Device
स्टोरेज device के नाम से ही, आपको पता चल गया होगा की, इस तरह के हार्डवेयर data को store करने का काम करते है. जी हां Storage device लगभग कंप्यूटर में सभी तरह के data और एप्लीकेशन को स्टोर करते है. उदाहरण के तौर पर कंप्यूटर में RAM या Hard disk storage device का ही काम करते है.
Computer में Storage Device दो तरह के होते है.
Primary Storage Device : primary storage डिवाइस अस्थायी यानि temporary रूप से data store करने का काम करते है. ये आकार में काफी छोटे होते है. लेकिन इनके पास सबसे तेज data access speed होता है. इनमें Ram और Cache मेमोरी शामिल है.
Secondary Storage Device : अगर Secondary Storage Device की बात करे. तो इनके पास large storage capacity होती है. ये devices आपके data को स्थायी यानि permanent रूप से store करके रखते है.
इस तरह के डिवाइस कंप्यूटर के अंदर और बाहर दोनों ही रूपों में मौजूद है. इनके उदाहरण Hard disk, Optical disk drive, USB storage device इत्यादि है.
Hardware और Software के बीच क्या अंतर है?
उम्मीद करते है, अब आप समझ गए होगे की, hardware और software दोनों ही computer के महत्वपूर्ण पार्ट है. चुकी इन दोनों का काम अलग-अलग है. ऐसे में इन दोनों के बीच अंतर होना भी लाजमी है. तो चलिए इन दोनों के बीच के अंतर को समझते है.
- हार्डवेयर और सॉफ्टवेर एक दुसरे पे डिपेन्ड़ेड होते है. सही Output देने के लिए, ये दोनों एक साथ मिलकर work करते हैं.
- Software, हार्डवेयर और यूज़र के बिच Interface का काम करता है.
- बिना H/W के Support के, software का इस्तमाल करना नामुमकिन है. ठीक उसी तरह बिना software के Hw का भी इस्तमाल करना impossible है.
- कंप्यूटर पर किसी भी तरह का work करने के लिए, software को hardware में लोड यानि इनस्टॉल करना जरुरी होता है.
- Set of Program के बिना, हार्डवेयर का इस्तमाल करना impossible है.
- Hardware के लिए, आपको एक ही बार पैसे खर्च करने होते है. लेकिन Software के maintenance में खर्चा बढ़ जाता है.
- Hardware के उपर computer virus का कोई फर्क नही पड़ता है. वही software को कंप्यूटर वायरस बुरी तरह से प्रभावित कर देता है.
- हार्डवेयर के उदहारण – मॉनिटर, motherboard, printer, स्कैनर, स्पीकर, hard disk इत्यादि है. तो वही software के उदहारण – ऑपरेटिंग सिस्टम, anti virus, photoshop, MS Office इत्यादि है.
हार्डवेयर पर संछिप्त ज्ञान
जब पहला computer बना था. तब उसके सारे parts अलग अलग कमरों में रखकर, cables के द्वारा आपस में कनेक्ट किये जाते थे. उसके बाद फ़िर कंप्यूटर के आकार को छोटा किया गया. जिसके कारण हार्डवेयर का SIZE भी छोटा होता चला गया.
लेकिन आज के डेट में technology इतनी आगे बढ़ गयी है की, आज कंप्यूटर का साइज़ एक घडी के बराबर हो गया है. ULSI, Nano technology, माइक्रोप्रोसेसर की मदद से, आज छोटे से छोटे साइज़ के HW बनाना मुमकिन हो गया हैं.
हार्डवेयर पर में मेरी अंतिम राय
हमने अपनी तरफ से पूरी कोशीस की, आपको Computer Hardware kya hai पर सही और सठिक Inforamtion दे सके. ताकि आप आसान शब्दों में सीख सके की, Computer Hardware kya hai? (What is Hardware in Hindi). हार्डवेयर के कितने प्रकार होते है?
देखा जाये तो आज के डेट में, हम सभी लोग Hardware द्वारा चारों तरह से घिरे हुए हैं. ऐसा इसलिए है, क्यों की Hardware ने हमारी जिंदगी को काफी आसान और सरल बना दिया है.
वैसे तो हम हार्डवेयर को छुकर महसूस जरुर कर सकते है. लेकिन सॉफ्टवेर को कभी नहीं किया जा सकता है. वैसे क्या कभी आपने ये ध्यान दिया है की, जैसे जैसे HARDWARE के SIZE छोटे होते जा रहा है. वैसे वैसे दिन प्रति दिन software ज्यादा memory यूज करने लगा हैं.
उम्मीद करते है, आपको हमारा यह लेख Computer Hardware kya hai? हार्डवेयर कितने प्रकार के होते हैं? जरुर पसंद आया होगा. आपको हमारा यह लेख कैसा लगा. हमे निचे कमेंट करके जरुर बताए. इसके अलावा अगर आप कोई सलाह या सुझाव देना चाहते है, तो जरुर दे.
आप इस लेख को social media पर शेयर जरुर करे. ताकि दुसरे लोग भी Computer Hardware के विषय में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सके. जय हिंद, जय भारत, धन्यबाद.
Leave a Reply