वेब होस्टिंग क्या है? परिभाषा, प्रकार और मुख्य बातें (2024)

Web Hosting Kya Hai? आज के Digital युग में Blog तथा Website की मदद से पैसा कमाना बहुत ही सरल और बेहतरीन उपाय हैं. लेकिन क्या आप जानते है? बिना Hosting के कोई भी ब्लॉग या वेबसाइट Live नहीं हो सकती हैं. ऐसे में यदि आप भी ब्लॉग या वेबसाइट बनाकर पैसे कमाना चाहते हैं. तो आपको Web Hosting Kya Hai? What Is Web Hosting in Hindi? वेब Hosting कितने प्रकार के होते हैं? सस्ता और सबसे अच्छा वेब होस्टिंग कहाँ से खरीदें? Meaning of hosting in hindi की पूरी सम्पूर्ण जानकारी होनी अनिवार्य हैं.

दरअसल Web Hosting का सही ज्ञान नहीं होने के कारण कई Blogger तथा Website Owner परेशान हो जाते हैं. उन्हें समझ ही नहीं आता की उनके blog या website के लिए कौन सी Best Web Hosting हैं. ऐसे में आपको पता होना चाहिए की ब्लॉग तथा वेबसाइट से अच्छा पैसा कमाने के लिए आपको सही Hosting का चुनाव करना बहुत ही ज़रूरी हैं. क्यों की एक अच्छा Web Hosting ही आपके Website को Safe, Fast और Secure रख सकती हैं.

यह लेख खासकर उन लोगों के लिए काफी मददगार होने वाला हैं. जो लोग होस्टिंग का मतलब क्या होता है (Web Hosting Meaning in Hindi) और उनके लिए कौन सी Web hosting best हैं? का सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं. क्यों की इस लेख में आपको Web Hosting Kya Hai? होस्टिंग मीनिंग इन हिंदी की पूरी जानकारी मिलने वाली हैं.

अकसर नए Blogger जब Blogging की दुनिया में कदम रखते हैं. तो वे लोग hosting के चुनाव को लेकर काफी कंफ्यूज रहते हैं. जिस कारण वे ग़लत Web Hosting का चुनाव कर लेते है और फिर बाद में होस्टिंग के कारण आने वाली दिक्कतों से परेशान हो जाते हैं. आपके साथ भी ऐसा कुछ ना हो. इसलिए चलिए सिख लेते है की What Is Web Hosting in Hindi? Web Hosting क्या है और कहाँ से क्या देखकर खरीदें?

वेब होस्टिंग क्या है ( What is Web Hosting in Hindi)

web hosting kya hai

Web Hosting एक तरह की Web Server सर्विस हैं. जो Internet पर Web Page को जगह प्रदान करते हैं. इन्टरनेट पर जिस कंप्यूटर में Web Page स्टोर रहता हैं. उसे Web Server कहा जाता हैं. कोई भी Web Page दूसरे व्यक्ति को तभी दिखेगा. जब वह वेब सर्वर पर स्टोर होगा. उसी वेब सर्वर पर किराया देकर जगह लेना ही वेब होस्टिंग कहलाता हैं.

सिंपल शब्दों में कहे तो Hosting एक ऐसी जगह हैं. जहाँ वेबसाइट की पूरी डाटा (फाइल्स) संग्रहीत की जाती हैं. ताकि आप इन्टरनेट की मदद से उस वेबसाइट को दुनिया के किसी भी कोने से एक्सेस कर सके.

एक तरह से समझ लीजिए होस्टिंग पाने के लिए आपको किराया (पैसे) देकर ऑनलाइन जगह लेना पड़ता हैं. ताकि आप उस जगह पर अपने वेबसाइट से जुड़ी पूरी फाइल्स जैसे की text, photo, audio, video इत्यादि को वहाँ store करके रख सकें.

आम तौर पर एक वेब होस्टिंग कंपनी किसी वेबसाइट को होस्ट करने के लिए अपने Server को किराए पर देकर अपनी Web Hosting की सेवाएं प्रदान करती हैं. आप यह कह सकते है की वेब होस्टिंग Websites के डाटा को स्टोर करने और सेवाएं प्रदान करने तथा बनाए रखने का एक बिजनेश हैं.

जब आप किसी कंपनी से वेब होस्टिंग की सेवाएं खरीदते हैं. तो होस्टिंग प्रदान करने वाली कंपनी आपको अपने सर्वर किराए पर देकर आपसे कुछ पैसे चार्ज करती हैं. आपको बता दे की किसी भी वेबसाइट को ऑनलाइन होस्ट करने के लिए एक बहुत ही Powerful Server की आवश्यकता होती हैं और वह सर्वर 24×7 Internet से Connect रहता हैं. ताकि बिना किसी रुकावट के विजिटर आपके वेबसाइट को एक्सेस कर सके.

चूंकि इतने Powerful Server यानी कंप्यूटर का Maintenance Cost इतना ज्यादा होता हैं की आम आदमी चाहकर भी इसका Maintenance नहीं कर सकता हैं. इसलिए हमें अपने वेबसाइट को होस्ट करने के लिए Web Hosting Companies का सहारा लेना पड़ता हैं. वेब होस्टिंग की सर्विस प्रदान करने वाली प्रतेक कंपनियों के पास अपना खुद का Powerful Server तथा उस सर्वर को मैनेज करने के लिए Technical Staffs नियुक्त किए जाते हैं.

आप किसी भी एक अच्छी वेब होस्टिंग कंपनी से अपने वेबसाइट को होस्ट करने के लिए मासिक या सालाना पैकेज के हिसाब से Hosting Service खरीद सकते हैं. आपको बता दे की जब आप अपने Website यानी Domain को Hosting के साथ जोड़ देते हैं. तो आपके उस Domain को कोई भी व्यक्ति दुनिया के किसी भी कोने से इन्टरनेट द्वारा एक्सेस कर सकता हैं.

वैसे तो वर्तमान समय में Web Hosting Service प्रदान करने वाली अनेक कंपनियां बाजार में मौजूद हैं. हम आपको उन्हीं में से कुछ मुख्य कंपनियों का नाम नीचे बताए हैं. जिनसे आप अपने वेबसाइट के लिए Web Hosting की Service ले सकते हैं.

  • Bluehost
  • Hostagator
  • Hostinger
  • Cloudways
  • Bigrock
  • GoDaddy
  • DomainRacer

आप उपर्युक्त सभी Web Hosting Companies पर भरोसा कर सकते हैं. वैसे आपको बता दूँ की WordPress पर Blog बनाने के लिए वर्डप्रेस कंपनी BlueHost को Recommend करती हैं. लेकिन ऐसा कुछ जरूरी नहीं हैं. आप किसी भी अच्छी Web Hosting Company के साथ जा सकते हैं. यदि आप मेरी बात करें. तो मैंने अपने सारे ब्लॉग को Hostinger और Cloudways Web Hosting पर इनस्टॉल कर रखा हैं.

वेब होस्टिंग की परिभाषा (Definition of Web Hosting in Hindi)

“Web Hosting एक ऐसा माध्यम हैं. जो किसी भी Website के कंटेंट जैसे की आर्टिकल का टेक्स्ट, इमेज, आडिओ, विडियो, इत्यादि को सर्वर पर स्टोर करके इंटरनेट से जोड़ने का कार्य करता हैं.

हम किसी भी वेबसाइट पर जो कुछ भी देखते हैं. उसका सारा डाटा होस्टिंग प्रदान करने वाली कंपनी के Server में ही Store रहती है. होस्टिंग एक तरह से Online Space या एक Server हैं. जो वेबसाइट को 24X7 Live रखने का कार्य करती है.”

होस्टिंग का मतलब हिंदी में (Web Hosting Meaning in Hindi)

Hosting का मतलब हिंदी में “मेजबानी” और मेजबान होता हैं. दरअसल घर आए हुए मेहमान का स्वागत सत्कार करना मेजबानी कहलाता हैं. ठीक वैसे ही आप कह सकते है की इन्टरनेट पर वेब पेज की मेजबानी करना वेब होस्टिंग हैं.

वेब होस्टिंग के प्रकार (Types of Web Hosting)

Types of web hosting in hindi

अब तक आपने जाना Web Hosting Kya Hai? आईए अब वेब होस्टिंग कितने प्रकार के होते है? जान लेते हैं. वैसे देखा जाए तो होस्टिंग के कई प्रकार हैं. लेकिन वर्तमान समय में आमतौर पर 6 प्रकार की होस्टिंग का ज्यादा इस्तेमाल किया जाता हैं. जो की निम्न प्रकार के हैं.

  1. Shared Hosting (शेयर्ड होस्टिंग)
  2. VPS Hosting (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर)
  3. Dedicated Hosting (डेडिकेटेड होस्टिंग)
  4. Cloud Hosting (क्लाउड होस्टिंग)
  5. Managed Hosting (मैनेज होस्टिंग)
  6. Reseller Hosting (रिसेलर होस्टिंग)

आइए हम इन सभी प्रकार के होस्टिंग के विषय में अच्छे से जानते और समझते हैं. क्यों की यदि आप अपना ब्लॉग या वेबसाइट बनाना चाहते हैं. तो आपको यह अवश्य पता होना चाहिए की आपके ब्लॉग तथा वेबसाइट के लिए किस प्रकार की होस्टिंग अच्छी साबित होगी.

Shared Hosting (शेयर्ड होस्टिंग)

आप शेयर्ड होस्टिंग के नाम से ही समझ पा रहे होगे की इस तरह की Hosting में एक ही Server को कई Users के बीच साझा (शेयर) किया जाता हैं. एक ही Server को कई लोगों के बीच साझा करने के कारण इस प्रकार की होस्टिंग सस्ती कीमत में मिल जाती हैं. क्यों की सर्वर को संचालित करने की लागत कम पड़ती हैं. एक तरह से समझ लीजिए यह बिलकुल आम प्रकार की होस्टिंग हैं. इसका इस्तेमाल ज्यादातर छोटी कंपनियाँ करती है.

सिंपल शब्दों में कहे तो शेयर्ड होस्टिंग में एक ही Server पर कई सारी Websites को होस्ट यानी जगह प्रदान किया जाता हैं. जिस कारण Server को अपनी CPU, RAM, Storage तथा अन्य सभी संसाधनों को सारी Websites के साथ साझा करना पड़ता हैं. इसी कारण Shared Hosting की कीमत बहुत कम हो जाती हैं.

इस होस्टिंग की कुछ खामियाँ भी हैं. जैसा की आपने जाना कई सारी Websites एक ही Server के Resources का इस्तेमाल करती हैं. इस कारण कभी-कभी वेबसाइट की लोडिंग स्पीड धीमी हो जाती हैं. जिसके कारण Users को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता हैं. अच्छी बात यह है की इस प्रकार के होस्टिंग का Control Panel बहुत ही User Friendly होता हैं. इस लिए इसका उपयोग करना काफी सरल हो जाता हैं.

VPS Hosting (वर्चुअल प्राइवेट सर्वर)

VPS (Virtual Privet Server) होस्टिंग में एक ही Server को कई Parts में बाँट दिया जाता हैं. जिस कारण प्रत्येक Website को एक फिक्स जगह मिलता हैं. आपको बता दे की VPS Hosting में Visualization Technology का उपयोग किया जाता हैं. VPS Hosting में आपके वेबसाइट को जो Space प्रदान किए जाते हैं. उस Space का प्रयोग कोई अन्य यूजर नहीं कर सकता हैं. एक प्रकार से आप VPS होस्टिंग को Shared और Dedicated होस्टिंग का मिश्रण समझ सकते हैं.

VPS Hosting में हर एक Server के लिए अलग Resource का उपयोग होता हैं. जिस कारण आपके Website को जितने Resource की आवश्यकता हैं. उतना Resource प्रदान किया जाता हैं. इसी लिए आपके Website की Speed काफी बेहतर होती हैं. Security लिहाज से भी VPS Hosting काफी बेहतरीन हैं. बेहतर Speed और Security के कारण ही VPS Hosting की Price Shared Hosting की तुलना में थोड़ी ज्यादा होती हैं.

VPS Hosting को इस्तेमाल करने के लिए आपके पास Technical Knowledge का ज्ञान होना बहुत जरूरी हैं. इसके अलावा यदि आपके वेबसाइट पर बहुत अधिक मात्रा (Volume) में Traffic आ रहा हैं. तो VPS Hosting से आपका काम नहीं चलेगा. क्यों की इस वेब होस्टिंग की अपनी कुछ Limitations होती हैं.

Dedicated Hosting (डेडिकेटेड होस्टिंग)

Dedicated Hosting के नाम से ही पता चल रहा है की यह होस्टिंग किसी एक व्यक्ति के नाम से Dedicated यानी समर्पित हैं. जी हां डेडिकेटेड होस्टिंग में एक पूरे Server को ही किसी एक उपयोगकर्ता को दे दिया जाता हैं और उस सर्वर पर सिर्फ उसी उपयोगकर्ता का ही कंट्रोल होता हैं. इस प्रकार का होस्टिंग बहुत ही High Bandwidth वाला होता हैं. इसलिए इस तरह के होस्टिंग का इस्तेमाल अत्यधिक ट्रैफ़िक वाले व्यवसाय में किया जाता हैं.

कहने का मतलब है की जिन Websites पर Millions में Traffic आते हैं. उनके लिए डेडिकेटेड होस्टिंग बहुत ही बेहतरीन विकल्प हैं. ज्यादातर E-Commerce Websites Dedicated Hosting का ही इस्तेमाल करती हैं. जैसे की Amazon, Flipkart, Snapdeal, Myntra इत्यादि.

वैसे तो डेडिकेटेड होस्टिंग काफी महंगी होती हैं. लेकिन इस होस्टिंग के फायदे अनेक हैं. जैसे की उपयोगकर्ता को सर्वर पर ज्यादा Control और Flexibility मिलता हैं. अन्य होस्टिंग की तुलना में इसकी Security बहुत ही ज्यादा मजबूत होती हैं. एक तरह से समझ लीजिए यह बहुत ही Stable होस्टिंग हैं. लेकिन समस्या बस यही है की इस होस्टिंग को कंट्रोल करने के लिए आपके पास Technical Knowledge का ज्ञान होना अनिवार्य हैं.

Cloud Hosting (क्लाउड होस्टिंग)

क्लाउड होस्टिंग उपर्युक्त तीनों होस्टिंग से काफी अलग हैं. दरअसल उपर्युक्त तीनों होस्टिंग में आपके साईट का Data एक ही Server पर Store रहता हैं. लेकिन Cloud Hosting में आपके साईट का Data Copy होकर दूसरे Server पर भी बन जाता हैं. यह होस्टिंग थोड़ी महँगी जरूर हैं. लेकिन क्लाउड होस्टिंग बहुत ही कमाल की वेब होस्टिंग हैं.

सिंपल शब्दों में कहे तो Cloud Hosting में आपके Website के Storage की कॉपी को Cloud Resources की मदद से अन्य लोकेशन के Server में कॉपी कर दी जाती है. ऐसा करने से आपके वेबसाइट का Down होना लगभग ना के बराबर हो जाता हैं. यदि आप एक ब्लॉगर हैं. तो आपके लिए Cloud Hosting बहुत ही बेहतरीन विकल्प हैं. क्यों की Cloud Hosting High Traffic को भी आसानी से handle कर लेता हैं.

आइए क्लाउड होस्टिंग के बारे में आपको एक उदाहरण से समझाता हूँ. माना लीजिए आपके वेबसाइट का Data मुंबई के किसी एक Server में Store हैं. तो Cloud Hosting आपके Data को अपने अलग–अलग लोकेशन के Server (जैसे की Delhi, Bangalore, Kolkata, Gujarat इत्यादि) जगहों पर भी Store कर देता हैं.

ऐसा करने से फायदा यह होता है की यदि किसी कारणवश आपके Mumbai का Server Down हो जाता हैं. तो क्लाउड होस्टिंग आपके वेबसाइट का डाटा आपके Visitors को Delhi, Bangalore या Kolkata के Server से दिखा देगा. इसी कारण आपका वेबसाइट कभी भी डाउन नहीं होता हैं.

Managed Hosting (मैनेज होस्टिंग)

मैनेज होस्टिंग एक तरह का Special Web Hosting Plan हैं. इसे Manage WordPress Hosting भी कहा जाता हैं. मैनेज होस्टिंग प्रदान करने वाली कंपनी अपने ग्राहकों के लिए Website को Manage करना बहुत ही सरल एवं पीड़ा-रहित बना रखा हैं.

Unmanaged और Self-hosted Hosting की तुलना में Managed Hosting का इस्तेमाल करना काफी सरल हैं. कम तकनीकी जानकारी होने के बावजूद भी आप मैनेज होस्टिंग को आसानी से कंट्रोल कर सकते हैं. क्यों की अपने वेबसाइट को मैनेज करने के लिए आपको ज्यादा कुछ नहीं करना पड़ता हैं.

दरअसल आप जिस भी कंपनी से Managed Hosting Plan खरीदते हैं. तो वह कंपनी ही आपके ब्लॉग या वेबसाइट को मैनेज भी कर देते हैं. जैसे की आपके वेबसाइट का बैकअप रखना, वेबसाइट का security, वेबसाइट को fast करना इत्यादि. कहने का मतलब है की Managed Hosting प्रदान करने वाली कंपनी ही आपके वेबसाइट को अपडेट रखती हैं. वेबसाइट ओनर को सिर्फ अपने काम पर फोकस करना होता हैं.

Reseller Hosting (रिसेलर होस्टिंग)

जैसा की नाम से ही पता चल रहा है की होस्टिंग को रिसेल यानी दोबारा बेचना ही Reseller Hosting कहलाती हैं. समझ लीजिए Reseller Hosting एक तरह का Web Hosting Business Model हैं. दरअसल बड़ी-बड़ी वेब होस्टिंग कंपनियाँ Reseller Hosting की सर्विस प्रदान करती हैं. आप उन कंपनियों से Hosting खरीदकर अपना खुद का Web Hosting का व्यवसाय (Business) शुरू कर सकते हैं.

साधारण शब्दों में कहे तो Reseller Hosting एक Web होस्टिंग बिज़नेस तरीका हैं. जिसमें एक Hosting Provider अपनी कुछ Web Hosting Service किसी व्यक्ति (Third Party) को बेचने की अनुमति प्रदान करता हैं. आप उन कंपनी से Hosting खरीदकर किसी भी अन्य कंपनी या व्यक्ति को बेचकर अपना मुनाफा कमा सकते हैं.

WordPress Hosting क्या होता हैं?

वर्डप्रेस एक तरह का CMS (Content Management System Software) हैं. यह लोगों को अपना खुद का Website बनाने का सुविधा प्रदान करता हैं. लेकिन साथ में होस्टिंग भी प्रदान करता हैं. WordPress वेबसाइट बनाने के लिए WordPress Hosting एक अच्छा विकल्प हैं. यह होस्टिंग भी अन्य Hosting की ही तरह कार्य करती हैं. साथ ही आपके Website के सुरक्षित रखने का भी पूरा ध्यान रखती हैं.

वर्डप्रेस होस्टिंग को आमतौर पर WordPress पर चलने वाली Website के लिए बनाया गया हैं. इस होस्टिंग में आपको Shared WordPress Hosting और Managed WordPress Hosting दोनों की सुविधा मिल जाती हैं. इस होस्टिंग में User को कुछ विशेष Tools तथा Service प्रदान किए जाते हैं. जो खासकर WordPress Sites के लिए ही बनाए गए होते हैं.

Linux Hosting और Windows Hosting क्या होता हैं?

Hosting खरीदते समय हमें Linux और Windows में से किसी एक विकल्प का चयन करना होता हैं. वैसे तो आप इन दोनों में से किसी भी एक का चयन कर सकते हैं. लेकिन क्या आप जानते है की इन दोनों विकल्प Linux और Windows में क्या फर्क हैं.

Linux एक Open-Source Operating System हैं. जिस कारण यह लोगों को बहुत ही सस्ते दामों पर मिल जाता हैं. Linux Hosting में लिनक्स आधारित Server Operating System का उपयोग होता हैं. सस्ता होने के कारण ज्यादातर लोग अपने blog या websites को Linux के server पर ही इनस्टॉल करते हैं. अच्छी बात यह है की Linux Windows की तुलना में काफी Secure हैं और ज्यादा features भी प्रदान करता हैं.

वही Windows Hosting में विंडोज़ आधारित Server Operating System का उपयोग होता हैं. लेकिन Windows Hosting लोगों को थोड़ा महंगा पड़ता हैं. क्यों की यह फ्री नहीं हैं. हमें Windows का License खरीदना पड़ता हैं. Linux की तुलना में Windows Hosting Server को Access तथा Manage करना बहुत सरल हैं.

लिनक्स होस्टिंग यूज़र cPanel और WHM के माध्यम से Server तक पहुँचते हैं. वही विंडोज उपयोगकर्ता अपने Server को Control Panel के माध्यम से Access कर सकते हैं.

वेब होस्टिंग कैसे काम करता है? (How Web Hosting Works in hindi)

जैसा की अब तक आपने जाना वेब होस्टिंग एक ऑनलाइन डाटा स्टोरेज सर्विस हैं. जहाँ वेब पेज के डाटा को स्टोर करके इन्टरनेट द्वारा एक्सेस किया जाता हैं. लेकिन अब बात आती है की वेब होस्टिंग कैसे काम करती हैं. तो आपको बता दे की जब आप अपने वेबसाइट का पूरा डाटा (Files) Web Hosting पर Upload कर देते हैं. फिर जब कोई इन्टरनेट यूज़र किसी वेब ब्राउज़र में आपके वेबसाइट का पता यानी Domain Name टाइप करके उसे ओपन करता हैं. तो वेब सर्वर आपके वेबसाइट को खोजकर यूज़र के सामने प्रदर्शित कर देता हैं.

दरअसल ऐसा इसलिए होता है. क्यों की Web Server सिर्फ आपके Web Page को स्टोर करके नहीं रखता हैं. बल्कि वह आपके Requests (अनुरोध) के साथ संवाद करता हैं और उनका Respond यानी जवाब भी देता हैं. इसीलिए जब कोई उपयोगकर्ता (User) ब्राउज़र में किसी का डोमेन नाम टाइप करता हैं. तो इन्टरनेट उस Domain Name को उस वेब सर्वर से जोड़ देता हैं. जहाँ पर उस डोमेन यानी वेबसाइट की पूरी Files पहले से ही संग्रहीत (Store) हैं. परिणाम स्वरूप उस वेबसाइट का सारा information यूज़र के सामने प्रदर्शित हो जाता हैं.

आपको बता दे की Domain Name को Hosting के साथ जोड़ने का काम DNS (Domain Name System) करता हैं. DNS के वजह से ही Domain को यह आसानी से पता लग जाता है की आपके वेबसाइट का डाटा किस Web Server पर स्टोर हैं. क्यों की प्रत्येक सर्वर का DNS भिन्न-भिन्न होता हैं. नीचे दिए गए आरेख (diagram) की मदद से आप वेब होस्टिंग प्रक्रिया यानी वेब पेज कैसे प्रदर्शित होता है को और ज्यादा अच्छे से समझ सकते हैं.

How Web Hosting Works in hindi

वेब होस्टिंग के फायदे (Benefits of Web Hosting in hindi)

  • वेब होस्टिंग इन्टरनेट पर सभी वेबसाइट को जगह प्रदान करते हैं.
  • एक अच्छी वेब होस्टिंग वेबसाइट के प्रदर्शन और सुरक्षा को बेहतर बनाती हैं.
  • किसी भी वेबसाइट के पूरी डाटा को ऑनलाइन स्टोर करने का कार्य करती हैं.
  • वेब होस्टिंग प्रभावी डेटा प्रबंधन का कार्य करती हैं.
  • एक अच्छी वेब होस्टिंग SEO के लिहाज से भी काफी मददगार सिद्ध होती हैं.
  • वेबसाइट क्रैश होने की संभावनाओं को बहुत कम कर देती हैं.
  • आप बिना तकनीकी कौशल के भी वेब होस्टिंग का लाभ उठा सकते हैं.

वेब होस्टिंग क्या देखकर ख़रीदे? Best Web Hosting Features in hindi

किसी भी वेब होस्टिंग को लेने से पहले आपको कुछ जरूरी बातों का अवश्य ख्याल रखना चाहिए. ताकि आगे चलकर आपको किसी भी तरह का प्रॉब्लम ना आए. ध्यान रहे आप अपने जरूरत के हिसाब से ही अपने होस्टिंग का चुनाव करें. लेकिन Hosting खरीदने से पहले आप निम्न बातों का अवश्य ध्यान रखे.

Disk Space (Storage)

होस्टिंग की Storage Capacity को ही Disk Space कहा जाता हैं. दरअसल आप अपने वेबसाइट का जो भी डाटा (फाइल्स) अपलोड करते हैं. वह सभी फाइल्स Disk Space में ही आकर स्टोर होता हैं. इसलिए आप हमेशा unlimited disk space वाला ही hosting plan का चुनाव करें.

Uptime

Uptime का मतलब हुआ की आपकी वेबसाइट कितने समय के लिए ऑनलाइन उपलब्ध हैं. यदि किसी कारण वश आपकी वेबसाइट लोड नहीं हो रही हैं. यानी आपकी website down हो जाती हैं. तो उसे downtime कहा जाता हैं. वैसे वर्तमान समय में लगभग सभी होस्टिंग कंपनियाँ 99.99% Uptime की Guarantee देती हैं.

Bandwidth

एक निश्चित समय में इंटरनेट कनेक्शन पर प्रसारित Data की अधिकतम मात्रा को Bandwidth कहा जाता हैं. दरअसल Bandwidth आपके Website और Visitors के बीच एक निश्चित समय में ट्रान्सफर होने वाले Data के मात्रा को बतलाता हैं.

जब कोई Visitor आपके Website को Access करता हैं. तो आपका सर्वर कुछ डाटा का उपयोग करके उस Visitor को Information दिखा देता हैं. यदि आपके सर्वर का Bandwidth कम है और आपके Website पर ज्यादा Visitor आ जाते हैं. तो ऐसी परिस्थिति में आपकी वेबसाइट Down हो जाएगी.

Server Location

Server Location किसी भी Data सेंटर का वह भौतिक स्थान हैं. जहां पर ब्लॉग तथा वेबसाइट होस्ट की जाती हैं. यहाँ समझने वाली बात यह है की Data सेंटर तो दुनिया के किसी भी कोने में हो सकता हैं. लेकिन आपको अपने ब्लॉग या वेबसाइट के लिए सही सर्वर लोकेशन का चुनाव करना बहुत ही जरूरी हैं.

कहने का मतलब है की यदि आपके ब्लॉग या वेबसाइट के ज्यादातर विजिटर इंडिया के हैं. तो आपको अपने ब्लॉग का Server Location India ही रखना चाहिए. इसलिए आप किसी भी कंपनी से वेब होस्टिंग लेते समय यह अवश्य पता कर ले की उस वेब होस्टिंग कंपनी का सर्वर लोकेशन इंडिया में मौजूद है या नहीं.

Customer Support Service

किसी भी होस्टिंग कंपनी से वेब होस्टिंग का प्लान लेने से पहले आपको यह अवश्य पता होना चाहिए की उस वेब होस्टिंग कंपनी का Customer Support Service कैसा हैं? वैसे तो हर hosting company का कहना है की वह फ्री में 24×7 Customer Support Service प्रदान करते हैं. लेकिन ऐसा होता नहीं हैं.

इसलिए आप होस्टिंग लेने से पहले ही यह अवश्य पता लगा ले की क्या आपका होस्टिंग प्रदाता फ़ोन पर या E-mail भेजकर अपनी समस्या का समाधान कर सकता है या नहीं? उनका समस्या का समाधान प्रदान करने का response time क्या है? क्या Live Chat की सुविधा देते हैं या नहीं?

Data Backup

किसी भी ब्लॉग या वेबसाइट के लिए उसका Data बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा होता हैं. ऐसे में वेबसाईट का क्रेश हो जान, डेटाबेस का फेल हो जाना या हैकर्स का अटेक करना आम बात हो गई हैं.

इस लिए आप ऐसे वेब होस्टिंग कंपनी से होस्टिंग ख़रीदे जो आपके डाटा का नियमित बैकअप रखते हैं. ताकि किसी भी समय आवश्यकता पड़ने पर आप अपने वेबसाइट को पुनः रीस्टोर कर सकें या डाउनलोड कर सकें.

रिव्यु पढ़ें

अंत में मैं आपसे यही कहूँगा की किसी भी वेब होस्टिंग कंपनी से होस्टिंग खरीदने से पहले आप उस होस्टिंग का इस्तेमाल करने वाले ग्राहकों का रिव्यु अवश्य पढ़ ले. दरअसल रिव्यु पढ़कर किसी भी Web Hosting Company के प्रतिष्ठा का पता लगाना सबसे सरल व अच्छा तरीका हैं. इस लिए आप उनके पिछले ग्राहकों की रिव्यु पढ़ लेना.

किस वेब होस्टिंग कंपनी से होस्टिंग खरीदनी चाहिए?

हमें किस कंपनी से होस्टिंग लेनी चाहिए यह पूरा निर्भर करता है की आपकी वेबसाइट कितनी छोटी या बड़ी हैं. आपके साईट पर कितना ज्यादा ट्रैफ़िक आ रहा हैं. यदि आपकी साईट एकदम नई हैं. तो आपका काम Shared Hosting से चल जाएगा. वैसे तो मार्किट में वेब होस्टिंग सर्विस प्रदान करने वाली बहुत सारी कंपनियाँ हैं. लेकिन इस लेख में मैं आपको सिर्फ उन्हीं बेस्ट वेब होस्टिंग कंपनी का नाम बताने वाला हूँ. जिन वेब होस्टिंग कंपनी का इस्तेमाल मैंने पर्सनली किया है और उनके सर्विस से मैं संतुष्ट हूँ.

यकीन मानिए Blogging की दुनिया में करियर बनाने के लिए आपको सही होस्टिंग का चुनाव करना बहुत ही जरूरी हैं. हम आपको जिन वेब होस्टिंग कंपनी का नाम बताने जा रहे हैं. वह होस्टिंग कंपनी आपके Blogging करियर को सफलता के मार्ग पर ले जाने में अवश्य योगदान प्रदान करेगी.

Hostinger Web Hosting

वर्तमान समय में Hostinger एक बहुत ही लोकप्रिय और काफी किफायती दामों पर दुनिया भर में वेब होस्टिंग की सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी हैं. इस company की शुरुआत 2004 में हुई थी. Hostinger आपकी Website को 99.90% Uptime रखने का वादा करती हैं.

इसके अलावा Hostinger हमें Unmetered Bandwidth प्रदान करती हैं. जिसका मतलब हुआ यदि हमारे वेबसाइट पर कभी भी high traffic आता हैं. तो हमें सर्वर डाउन होने की चिंता नहीं करनी हैं. आपको बता दे की Hostinger के सबसे Basic Plan में 100 GB Bandwidth मिलता हैं. लेकिन यदि आप Premium या Business Plan लेते हैं. तो आपको Unmetered Bandwidth मिलेगा.

आपको बता दे की Hostinger में C-panel की जगह h-panel प्रदान किया जाता हैं. लेकिन आपको बिलकुल भी परेशान होने की जरूरत नहीं हैं. क्यों की h-panel भी बिल्कुल c-panel के ही तरह होता हैं. बल्कि नए User के लिए h-panel को समझना और इस्तेमाल करना बहुत ही सरल हैं. h-panel की मदद से आप अपने वेबसाइट और फाइल को आसानी से मैनेज कर सकते हैं.

वर्तमान समय में Hostinger का कस्टमर सपोर्ट भी काफी अच्छा हैं. Hostinger का कस्टमर सपोर्ट आपके लिए 24X7 उपलब्ध हैं. आप अपनी कोई भी समस्या को e-mail अथवा Live Chat की मदद से बताकर तुरंत उस समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं. अच्छी बात यह है की Hostinger आपको 30 Days की Money Back Guarantee देती हैं. यदि आप इनके सर्विस से नाखुश है. तो 30 दिनों के अंदर आप अपने पैसे वापस भी ले सकते हैं.

यदि आप Blogging की दुनिया में कदम रखना चाहते हैं. तो मैं आपसे यही कहूँगा की आप Hostinger Web Hosting पर ही अपना नया ब्लॉग बनाकर Blogging की शुरुआत करें. क्यों की Blogging की शुरुआत करने के लिए Hostinger सबसे बेस्ट हैं. यह बात मैं आपको अपने 8 साल के तजुर्बे से कह रहा हूँ. आपको बता दूँ की मैं पिछले 8 सालों से ब्लॉग्गिंग कर रहा हूँ.

आपको यह जानकर ख़ुशी होगी की यदि आप Hostinger का Premium या Business Plan लेते हैं. तो आपको एक Domain Name भी पूरे एक साल के लिए बिलकुल मुफ्त में मिल जाता हैं. साथ ही उस Domain पर लाइफ टाइम के लिए SSL Certificate भी फ्री में मिल जाता हैं.

HostGator Web Hosting

HostGator एक बहुत ही पुरानी और भरोसेमंद कंपनी हैं. यदि आप एक Successful Blogging Journey की शुरुआत करना चाहते हैं. तो HostGator Web Hosting भी आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं.

यकीन मानिए एक Beginner के लिए HostGator की Shared Web Hosting सबसे बेस्ट है. दरअसल शुरुआती दौर में जब कोई वेबसाइट बनाता हैं. तो उस समय वेबसाइट पर Content कम होता है और ट्रैफिक भी अधिक नहीं होती हैं. एक तरह से समझ लीजिए शुरुआती दौर में वेबसाइट को मैनेज करने के लिए अधिक संसाधनों की आवश्यकता नहीं पड़ती है.

लेकिन जैसे–जैसे आप अपने वेबसाइट पर काम करते हैं. वैसे-वैसे आपकी वेबसाइट Grow होनी स्टार्ट हो जाती हैं. जब आपके वेबसाइट पर Content अधिक हो जाता है और ट्रैफिक बढ़ने लगता हैं. तब आपके वेबसाइट को अधिक संसाधनों की आवश्यकता पड़ती हैं. अच्छी बात यह है की Hostinger आपको आपके आवश्यकता अनुसार Hosting Plan को Update करने की सुविधा भी प्रदान करता हैं. वैसे वेबसाइट पर ट्रैफिक अधिक आने पर आप चाहे तो कोई भी दूसरी अच्छी वेब होस्टिंग का भी चुनाव कर सकते हैं.

HostGator हमें कई प्रकार के वेब होस्टिंग की सर्विस प्रदान करती हैं. जैसे की Shared Hosting, Cloud Hosting, WordPress Hosting, Reseller Hosting, Dedicated Server और VPS Hosting. यहाँ आपको Windows और Linux दोनों प्रकार के Server मिल जाते हैं.

HostGator अपने यूज़र को cPanel प्रदान करता है और इसका User Interface काफी सरल होता हैं. कोई भी Beginner cPanel को आसानी से समझ सकता हैं और उसका इस्तेमाल कर सकता हैं. यदि आपको HostGator की सर्विस पसंद नहीं आती हैं. तो HostGator 45 दिनों के अन्दर आपको पैसे वापस कर देने की गारंटी भी देता हैं.

Security के लिहाज से HostGator अपने यूज़र को Free SSL Certificate, Virus Scanner, IP Blocker, Leech Protection, SHH Access इत्यादि जैसे कई महत्वपूर्ण Security Features प्रदान करता हैं.

HostGator कंपनी 99.9% Uptime की गारंटी और 24×7 टेक्निकल सपोर्ट की सुविधा भी प्रदान करता हैं. अच्छी बात यह है की HostGator कंपनी आपको हिंदी में भी सपोर्ट प्रदान करता हैं. आप HostGator कंपनी से हिंदी में बात करके अपनी समस्या का समाधान प्राप्त कर सकते हैं. इस कंपनी से होस्टिंग खरीदने के लिए आप Debit Card, UPI, Freecharge, Paytm इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते हैं.

Cloudways Hosting

यदि वेबसाइट पर अधिक मात्र में ट्रैफिक आने के कारण आप अपने Website के Downtime से परेशान हो गए हैं. तो आपके लिए Cloudways Hosting सबसे बेस्ट हैं. मेरा अधिकतर वेबसाइट Cloudways Hosting पर ही होस्टेड हैं. अधिक ट्राफिक को हैंडल करने के लिए मैं भी आपको Cloudways Hosting का ही सलाह दूंगा.

Cloudways एक बहुत ही प्रसिद्ध Cloud Hosting Service Provider Company हैं. आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की Shared Hosting की तुलना में Cloud Hosting काफी महंगी होती हैं. दरअसल ऐसा इसलिए होता है क्यों की Shared Hosting में वेबसाइट को एक ही Server पर Host किया जाता हैं. लेकिन Cloud Hosting में कई Servers पर आपके वेबसाइट का Data Host किया जाता हैं. इससे यह फायदा होता है की यदि कोई एक Server Down भी हो जाता हैं. तो उसकी जगह कोई अन्य Server ले लेता हैं. इससे आपकी वेबसाइट 24X7 Live बनी रहती हैं.

वैसे आपको बता दे की यदि आप Direct Cloud Hosting खरीदते हैं. तो आपको ख़ुद ही अपने Server को Manage करना पड़ेगा और Server को Manage करने के लिए आपके पास Technical ज्ञान का होना आवश्यक हैं. यदि आपके पास Technical ज्ञान नहीं हैं. तो आपके Website के Hack होने का खतरा हमेशा बना रहेगा.

लेकिन यदि आप Cloudways कंपनी से Hosting लेते हैं. तो आपको अपने Server को Manage करने के लिए कोई चिंता करने की आवश्यकता नहीं हैं. क्यों की Cloudways ही आपके Server को अच्छे से Manage करती हैं. Cloudways पर आपको कई तरह के Cloud Hosting Service मिल जाएगी. जैसे की Digital Ocean, Google Cloud, Linode, AWS इत्यादि. आप अपनी आवश्यकता अनुसार उन सर्विसेज का उपयोग कर सके हैं.

आपको बता दे की Cloudways में Cpanel या h-panel नहीं मिलता हैं. लेकिन आप Filezilla Software की मदद से अपने पूरे Files को बहुत ही आसानी से Access कर सकते है तथा उसे Manage कर सकते हैं. Security की लिहाज से भी Cloudways काफी Safe और Secure होता हैं. इसमें Server Down होने का कोई चान्स ही नहीं होता हैं. हां इसका Price थोड़ा अधिक अवश्य हैं. लेकिन इसके Services और Features के हिसाब से Price बिलकुल सही हैं.

Hinditok ब्लॉग किस वेब होस्टिंग पर होस्टेड है?

वर्तमान समय में Hinditok.Com Cloudways पर होस्टेड हैं. लेकिन आपको बता दे की जब Hinditok ब्लॉग की शुरुआत हुई थी. तब Hinditok ब्लॉग Hostinger Web Hosting पर होस्टेड था. फिर जैसे-जैसे ब्लॉग पुराना हुआ और ब्लॉग पर विजिटर की संख्या बढ़ी. तो मुझे Hinditok.Com को Cloudways पर माइग्रेट करना पड़ा.

कब किस Web Hosting का इस्तेमाल करना चाहिए?

ज्यादातर नए ब्लॉगर जानकारी के अभाव में कोई सा भी होस्टिंग प्लान खरीद लेते है और फिर बाद में अफ़सोस करने लगते हैं. लेकिन आपको बता दूँ की Blogging की दुनिया में एक Successful Carrier बनाने के लिए आपको यह अवश्य ज्ञात होना चाहिए की आपको अपने ब्लॉग के लिए कब कौन सी Web Hosting का इस्तेमाल करना हैं?

यदि आप कोई नया ब्लॉग बनाना चाहते हैं. लेकिन आपका बजट बहुत कम हैं. तो आपको शुरुआती दौर में अपने ब्लॉग के लिए बहुत ज्यादा महंगी होस्टिंग लेने की कोई आवश्यकता नहीं हैं. आप Hostinger या Hostgator कंपनी से Shared Hosting Plan लेकर अपनी Blogging Journey Start कर सकते हैं.

फिर जैसे-जैसे आप अपने ब्लॉग पर काम करेंगे. तो जाहिर सी बात है आपके ब्लॉग पर ट्रैफिक भी बढ़ेगा. जब आपके ब्लॉग पर रोजाना 4000 से 5000 विजिटर आने लगे तो समझ जाइए आपका Shared Hosting Plan से काम नहीं चलेगा. क्यों की Shared Hosting इतने ट्रैफिक को हैंडल नहीं कर सकती हैं. इसलिए अब आपको अपना ब्लॉग VPS सर्वर या Cloud Server पर ट्रान्सफर कर लेना हैं.

लेकिन यदि आपका ब्लॉग बहुत ज़्यादा मशहूर हो जाता है और रोजाना आपके ब्लॉग पर लाखों की संख्या में विजिटर आने लगते हैं. तो ऐसी अवस्था में हो सकता है आपको अपना ब्लॉग डेडिकेटेड सर्वर पर ट्रान्सफर करना पड़ सकता हैं.

डोमेन और होस्टिंग क्या होता है?

डोमेन और वेब होस्टिंग एक दूसरे से बिलकुल अलग हैं. आइए आपको डोमेन और होस्टिंग क्या होता है? एकदम सरल शब्दों में समझाने की कोशिश करता हूँ.

जिस प्रकार हमारे घर का एक पता होता हैं. ठीक उसी प्रकार इन्टरनेट पर एक Domain Name उस Website का पता (Address) होता हैं. एक तरह से समझ लीजिए Domain Name किसी वेबसाइट को उसकी एक पहचान प्रदान करती हैं. ताकि उस डोमेन नाम से लोग उस वेबसाइट को आसानी से पहचान सके. आपको बता दे की Domain Name के URL के साथ भिन्न-भिन्न Extension लगे होते हैं. जैसे की .com, .in, .net, .org, .edu इत्यादि.

वही Web Hosting इन्टरनेट पर मौजूद वह स्थान हैं. जहां Website की सारी Files (डेटा) Store की जाती हैं. ताकि कोई भी विज़िटर दुनिया के किसी भी कोने से इन्टरनेट द्वारा आपके वेबसाइट तक पहुंच सके. वैसे इस लेख में आपने Web Hosting kya hai? को पूरे विस्तार से जान और समझ लिया हैं.

FAQs: Web Hosting in hindi (Web Hosting Kya Hai?)

वेब होस्टिंग की आवश्यकता क्यों पड़ती है?

इन्टरनेट पर वेबसाइट के सम्पूर्ण Data को Digital रूप से Store करके रखने तथा वेबसाइट को सुचारु रूप से चलाने यानी वेबसाइट सही ढंग से काम करें, जैसे की ट्रैफ़िक को संभालना, अपटाइम को मेन्टेन रखना इत्यादि जैसे कार्यों को पूर्ण करने के लिए वेब होस्टिंग की आवश्यकता पड़ती हैं.

वेब सर्वर और वेब होस्टिंग क्या है समझाइए?

वेब होस्टिंग एक तरह की सर्विस हैं. जो इंटरनेट पर व्यक्तियों तथा संगठनों को अपने वेब पेज या वेबसाइट को स्टोर करने की अनुमति प्रदान करता हैं. लेकिन आपका वह वेब पेज या वेबसाइट जिस विशेष कंप्यूटर पर स्टोर यानी होस्ट किया जाता हैं. वह विशेष कंप्यूटर सर्वर कहलाता हैं.

Server Uptime का मतलब क्या होता है?

Server Uptime उस वक्त को दर्शाता हैं. जब Web Server पूरी अच्छी तरह से Online कार्य कर रहा होता हैं. सिंपल शब्दों में कहे तो इस समय आपका Blog या Website बिना किसी परेशानी के पूरी अच्छी तरह से ऑनलाइन कार्यरत होता हैं.

सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाला वेब होस्टिंग कौन सा हैं?

वर्तमान समय में सबसे सबसे ज्यादा उपयोग किए जाने वाला वेब होस्टिंग का नाम Share Web Hosting (शेयर वेब होस्टिंग) हैं. क्यों की शेयर वेब होस्टिंग दूसरे Web Hosting की तुलना में काफी सस्ती होती हैं.

क्या हम बिना होस्टिंग लिए डोमेन नेम खरीद सकते हैं?

हां, आप बिना कोई होस्टिंग प्लान लिए अपने मन पसंद का Domain Name खरीद सकते हैं. बस आपके पसंद का Domain Name उपलब्ध होना चाहिए. यानी पहले से कोई व्यक्ति उस Domain Name को ना ख़रीदा हो. आप किसी भी डोमेन नाम पंजीकृत करने वाली कंपनी से Domain Name खरीद सकते हैं.

क्या बिना होस्टिंग लिए अपना ब्लॉग बना सकते हैं?

हां, बिलकुल आप blogger.com की मदद से अपना वेबसाइट फ्री में बना सकते हैं. ब्लॉग बनाने के लिए आपको होस्टिंग लेनी की जरूरत नहीं पड़ेगी. लेकिन मैं आपसे यह जरूर कहूँगा की यदि आप प्रोफेसनल ब्लॉग्गिंग करना चाहते हैं. तो आप होस्टिंग लेकर ही अपना ब्लॉग बनाए.

उम्मीद करते है अब आप समझ गए होगे की वेब होस्टिंग क्या है? What Is Web Hosting in Hindi? यदि आपको यह जानकारी web hosting in hindi पसंद आई हैं. तो आप इस लेख Web Hosting Kya Hai? को सोशल मीडिया साइट्स पर अवश्य शेयर करें.

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