उच्च स्तरीय भाषा क्या हैं? High Level Languages in hindi

अब तक आप Machine Language क्या हैं? और Assembly Language क्या हैं? से भलीभांति परिचित हो चुके हैं. इन दोनों के बाद अब बारी “High Level Language” की आती हैं. यह लेख आपको What is High Level Language in hindi? उच्च स्तरीय भाषा क्या हैं? की सम्पूर्ण जानकारी देने वाली हैं.

Machine एवं Assembly Language को इस्तेमाल करने में लोगों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता था. उनमें प्रमुख समस्या ही इन Languages में Code लिखना एवं उनका Machine की आन्तरिक संरचना पर निर्भर होना था. इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए अनेक High Level Languages (उच्च स्तरीय भाषाओं) का विकास किया गया.

High Level Languages Computer Machine पर पूरी तरह Self-Dependent होते हैं. इसलिए इन्हें Machine एवं Assembly की भाँति दो भाग वाले Formate (op-code-address) में नहीं लिखा जाता हैं. Program को Instruction देने के लिए Machine के Operation Code और Storage Address को याद रखने की भी ज़रूरत नहीं होती हैं.

किसी Computer की internal structure की विस्तृत जानकारी के बिना ही Programmer इन Languages में सफलतापूर्वक Coding कर सकता हैं. इनमें Code लिखते समय Programmer का पूरा ध्यान समस्या के समाधान की तरफ होता हैं. क्यों की उसे Computer Machine की तरफ ध्यान देने की ज़रूरत नहीं होती हैं. आइए उच्च शक्तिशाली भाषा क्या हैं? What is High Level Language in hindi? के बारे में विस्तार से सिखते हैं.

उच्च स्तरीय भाषा क्या हैं? High Level Languages in hindi

high level language in hindi

यह तृतीय पीढ़ी (1950 से 1970 वे दशक) की Programming भाषा हैं. इसका विकास Computer Programming को आसान बनाने के लिए किया गया. उच्च स्तरीय भाषा अंग्रेजी के सामान्य शब्दों का प्रयोग कर Code लिखने की सुविधा प्रदान करती हैं. इनके नियम भी अत्यधिक सरल होते हैं.

Machine एवं Assembly Language जैसी Low Level Languages के विपरीत “High Level Language” Programmer के लिए Program को Develop करना तथा उसे Maintain करना सरल बना देती हैं. क्यों की उच्च स्तरीय भाषाएँ “Machine-independent” होती हैं. जिसके कारण इन Language में लिखा गया एक Program अनेक व विभिन्न प्रकार के मशीनों पर Run हो जाता हैं.

High Level Languages के instructions आपकी- हमारी भाषा जैसे ही हैं. इन Languages में सामान्यतः English के Words जैसे की Read, Get, Put, Do, Repeat, Until, Print इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता हैं.

इसके अलावा Mathematical Operations और Logical Operations के लिए Operator Symbols (+, -, *, /, <, >, =) का इस्तेमाल किया जाता हैं. जैसा कि हम Mathematics (गणित) में करते हैं.

उदाहरण के लिए मान लीजिए आपको दो Variable X तथा Y को जोड़ना हैं तथा रिजल्ट Z में Store करना हैं. तो High Level Languages में यह instructions निम्न प्रकार से लिख सकते हैं.

Z=X+Y

इस तरह लिखे गए instructions को पढ़ना, लिखना तथा समझना काफ़ी सरल हो जाता हैं. High Level Languages में Machine code या Mnemonic के बजाय Symbol का प्रयोग कर instructions लिखे जाते हैं. ये Symbol अत्यन्त साधारण होते हैं. जैसे की English के छोटे Word, Mathematical Symbol (operator, Sin, Cos, V , %, etc.). इसके अलावा Characters जैसे की (&, £, , { }, [], @, A, B, C, . . . . . .) इत्यादि.

उच्च स्तरीय भाषा में लिखा गया Code Compilers या Interpreters नामक Translator Programs द्वारा Machine Language में परिवर्तित किया जाता हैं. लैंग्वेज ट्रांसलेटर क्या है? की पूरी जानकारी इस लेख में उपलब्ध हैं. Assembly Language में एक instructions के Relative एक Machine Code उत्पन्न होता हैं. लेकिन एक High Level Languages के instructions के Relative अनेक lines का Machine code बनता हैं. क्योंकि High Level Languages में लिखा गया एक instruction अनेक instructions का कार्य कर सकता हैं.

High Level Languages के प्रमुख गुण

उच्च स्तरीय भाषा में Program को लिखने के लिए निम्नलिखित गुण दिए गए हैं.

(i) High Level Languages में आप Program में Input ले रहे, Process कर रहे तथा Output दे रहे Data का नाम तथा उसका आकार और प्रकार इत्यादि Set कर सकते हैं. इसके अलावा HLL Data Structure Array, Matrix, List इत्यादि भी Described करने की भी सुविधा प्रदान करती हैं.

(ii) यह Mathematical और Logical Operators प्रयोग करने की भी सुविधाएँ प्रदान करती हैं. इसके अलावा अनेक Mathematical function (Sin, Cos, %, N, आदि) की भी सुविधा देती हैं.

(iii) इसमें Condition, निर्णय के लिए अनेक Control structure होते हैं. जैसे की If-Then, else, repeat-until, Do-while इत्यादि.

(iv) High Level Languages में Reserve words का Set होता हैं. जिनमें प्रत्येक शब्द का अपना एक Unique meaning और usage होता हैं. जैसे की Read, Write, Print, Get, Put, While, Do इत्यादि.

(v) HLL में Syntax Rules का भी Set होता हैं. जिनके अनुसार भाषा के वाक्यों (instructions) को लिखा जाता हैं. Syntax नियम बताते हैं की Code में लिखे instructions सही हैं या गलत.

(vi) HLL के अपने Semantic Rule भी होते हैं. ये नियम Program का अर्थ प्रदान करते हैं. इन Rules के अनुसार प्रत्येक instructions का केवल एक और महत्वपूर्ण अर्थ होता हैं.

High Level Languages (HLL) तथा Low Level Languages (LLL) में क्या अन्तर हैं?

1. HLL के Instruction आपकी-हमारी भाषा के अधिक करीब हैं. इन Language में सामान्यतः अंग्रेजी के शब्दों जैसे की print, read, do इत्यादि का इस्तेमाल किया जाता हैं.

LLL (मशीनी भाषा) Computer की मूल भाषा है और इसमें लिखा Code सामान्यतः Binary digit के Series में होता हैं.

2. HLL को पढ़ने तथा लिखने के नियम अत्यन्त सरल होते हैं. जिसके कारण इनमें Code लिखना तथा उन्हें समझना काफी आसान हो जाता हैं.

LLL में किसी भी instructions को लिखना अत्यधिक कठिन कार्य होता हैं. किसी अन्य Programmer को Code समझने में काफ़ी दिक्कत होती हैं.

3. HLL में लिखा गया Code अपेक्षाकृत धीमी गति से क्रियान्वित होती हैं.

LLL में लिखा गया Code तीव्र गति से क्रियान्वित होता हैं.

4. HLL में एक Machine पर लिखा गया Program उसी तरह की या अन्य प्रकार के हजारों मशीनों पर Run हो सकता हैं.

LLL में एक Machine पर लिखा गया Machine Code किसी दूसरी Machine पर Run नहीं होता हैं.

5. HLL में लिखा गया Code Compiler or Interpreter नामक Translator Programs द्वारा Machine Language में परिवर्तित किया जाता हैं.

LLL के लिए किसी भी तरह का Translator Programs की आवश्यकता नहीं होती हैं.

6. HLL को याद रखना आसान हैं. जैसे की COBOL, BASIC, FORTRAN, C, C++, JAVA, PYTHON इत्यादि.

LLL को याद रखना कठिन कार्य होता हैं. जैसे की बाइनरी भाषा.

High Level Languages की विशेषताएँ क्या हैं?

High Level Languages में Machine तथा Assembly Language के विपरीत निम्नलिखित विशेषताएँ हैं.

1. Machine पर आत्मनिर्भर न होना

HLL Computer Machine पर निर्भर नहीं हैं. यह इसकी सबसे महत्वपूर्ण विशेषता हैं. ऐसा होने की वजह से एक Machine पर लिखा गया Program उसी प्रकार की या अन्य प्रकार की हजारों Machines पर Run हो सकता हैं.

आपको बता दे की High Level Language आने के बाद ही ऐसे Software बनने शुरू हुए. जिसे Users अपनी Machine पर Run कर उनका लाभ उठा सके.

2. सरल भाषा

HLL मानवीय भाषा के करीब होने के कारण इन्हें लिखने-पढ़ने का कार्य भी सरल हो गया. जिस कारण Code लिखने तथा उन्हें समझने में समय भी कम लगता हैं.

3. Testing तथा Error Correction में आसानी

HLL में गलतियाँ होने की सम्भावनाएँ बहुत कम होते हैं. यदि गलतियाँ होती भी हैं. तो उन्हें Syntax Errors, Compiler के माध्यम से जल्दी पकड़ लिया जाता हैं. इस कारण HLL के Code को Test करना तथा उन्हें ठीक करना सरल हो जाता हैं.

4. समय और पैसे की बचत

HLL में Program लिखने तथा उसकी Testing में Machine Language एवं Assembly Language की तुलना में बहुत कम समय लगता हैं. इसके अलावा Program को Compile करने तथा Run करने की प्रक्रिया में भी कम समय लगता हैं. जिस कारण Code पर आने वाले खर्चो में भी बचत होती हैं.

इसके अलावा भी HLL के कई विशेषताएँ हैं. इन्हीं विशेषताओं के कारण ही Software industry के लिए यह वरदान सिद्ध हुआ. आज एक साधारण व्यक्ति भी इन Language को सीखकर Programming कर सकता हैं.

High Level Language के दोष या हानियाँ (Disadvantages)

High Level Language का सबसे बड़ा Disadvantage बस यही है की इस Language में लिखे गए Programs की क्रियान्वयन दर अन्य Languages की तुलना में बहुत कम हैं.

फाइनली आप लोगो ने उच्च स्तरीय भाषा क्या हैं? High Level Language in hindi के विषय में जान लिया हैं. आईए अब हम लोग कुछ उच्च स्तरी भाषाओं के बारे में जान लेते हैं.

High Level Languages के कुछ प्रमुख उदाहरण

अब हम High Level Languages के कुछ प्रमुख भाषाओं का संक्षिप्त ज्ञान प्राप्त करने वाले हैं. उम्मीद करते है की आप भी इन प्रमुख HLL भाषाओं के बारे में जानने के लिए उत्सुक होगे.

FORTRAN (फॉरट्रान) भाषा क्या हैं?

Fortran सबसे पुरानी और लोकप्रिय Programming भाषा हैं. इस भाषा को 1957 में IBM Company ने विकसित किया था. FORTRAN दो शब्दों से मिलकर बना है, FORmula TRANslation’ (फार्मूला ट्रांसलेशन) के आरम्भिक alphabet मिलकर “FORTRAN” बनाते हैं.

फॉरट्रान भाषा का आज भी प्रयोग किया जाता हैं. इस भाषा को Science, Mathematics, Engineering इत्यादि क्षेत्रों की समस्याओं को Computer द्वारा हल करने के लिए design किया गया था.

फॉरट्रान भाषा में समस्याएँ Mathematics के Formula द्वारा सुलझाई जाती हैं. इस लिए इसे Algebra Based Programming Language भी कहा जाता हैं.

COBOL (कोबोल) भाषा क्या हैं?

COBOL भाषा का पूरा नाम “Common Business Oriented Language” हैं. इसे सन् 1960 में विकसित किया गया था. इस Language का Design ‘Business Application’ को ध्यान में रखकर किया गया था. इस कारण इसका प्रयोग Business समस्याओं में अधिक होता हैं.

दरअसल COBOL का विकास Business Report को बनाने एवं Print करने के लिए किया गया था. इससे तैयार की गई Report अंग्रेजी भाषा में होती थी.

एक COBOL Program Statement, Paragraph, Section और Division से मिलकर बना होता हैं. प्रत्येक COBOL प्रोग्राम में चार division होते हैं. जिनके नाम निम्नलिखित हैं.

(i) Identification Division

इस Division में Program का नाम, Programmer का नाम तथा कुछ Code comment आते हैं. जो Program की जानकारी देते हैं.

(ii) Environment Division

इसमें Computer Hardware तथा Program द्वारा प्रयोग की जाने वाली Data Files की जानकारी होती हैं.

(iii) Data Division

इस भाग में data variables, files इत्यादि को declare किया जाता हैं.

(iv) Procedure Division

इस भाग में Program के Procedure (Instruction) लिखे जाते हैं.

BASIC (बेसिक) भाषा क्या हैं?

BASIC जिसका पूरा नाम “Beginners All Purpose Symbolic Instruction Code” हैं. इसका विकास प्रोफेसर John Kemeny ने सन् 1964 में किया था. BASIC बहुत ही साधारण Programming Language हैं. जिसे साधारण Programmer, Students इत्यादि को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया हैं.

इस भाषा का प्रयोग ‘सामान्य प्रोग्रामिंग’ के लिए किया जाता हैं. इसके नियम बहुत ही सरल हैं. इस भाषा को कोई भी बहुत ही कम समय में सीख सकता हैं. एक ऐसा Student जिसे Computer तथा Program लिखने की तकनीकों का ज्ञान नहीं हैं. वह भी इस Language को समझकर Code लिख सकता हैं.

दरअसल Basic भाषा बीजगणित पर आधारित एक Simple Language हैं. इस भाषा में User इतनी सरलता से Instruction दे सकता हैं की मानो जैसे की अपने साधारण जीवन में देता हैं. यह Language Computer व Interpreter दोनों प्रकार में उपलब्ध हैं.

इस Language की Grammar Cobol व Fortran भाषाओं की अपेक्षा बहुत सरल होते हैं. Pascal व C Language को सीखने की यह प्रथम सीढी हैं. Personal Computer की क्षमताओं का पूर्ण लाभ उठाने के लिए Basic एक बहुत ही उपयोगी भाषा हैं. Personal Computer किसे कहते हैं? जानने के लिए आप यह लेख पढ़ सकते हैं.

बेसिक भाषा के लाभ

  • इस Language में Grammar संबंधी Error अतिशीघ्र दूर की जा सकती हैं.
  • यह Language Cobol व Fortran जैसी Languages के जटिल नियमों से मुक्त हैं. कहने का मतलब है की Basic भाषा के सीखने के नियम बहुत ही सरल हैं.
  • यह Language Micro Computers में सबसे ज्यादा उपयोग होती हैं.

PASCAL (पास्कल) भाषा क्या हैं?

‘पास्कल’ भाषा का नाम प्रसिद्ध फ्रेंच Scientific, Mathematician Blaise Pascal के नाम पर रखा गया हैं. इसका विकास सन् 1971 में प्रोफेसर Niklaus Wirth ने Zurich (Switzerland) में किया था. Pascal भाषा में लिखे गए प्रोग्राम FORTRAN, COBOL में लिखे Programs की तुलना में अधिक तीव्र गति से रन होते हैं.

Pascal पहली ऐसी Programming Language थी. जिसमें Structure Programming का विचार था. Pascal में एक बड़े Program को छोटे module में बाँट कर लिखा जा सकता हैं. इस भाषा का प्रयोग commercial, scientific एवं सामान्य प्रयोग की समस्याओं को सुलझाने में किया गया.

Pascal में numbers के अतिरिक्त Vector, Table, Series of Characters, Sets, Record, File, List Array इत्यादि. की समस्याएँ हल की जा सकती हैं. यह शाब्दिक data को भी भली प्रकार से process कर सकती हैं. अपने अनेकों qualities की वजह से ही यह काफ़ी लोकप्रिय एवं सफल Language के रूप में जानी जाती हैं.

Pascal Language में पास्कल कथनों का विवरण देने वाले नियम Pascal का Syntax कहलाते हैं. Pascal में पहचानकर्ताओं का विवरण करने वाले नियम Syntax Chart कहलाते हैं. Pascal Language में कोई पहचानकर्ता अक्षरों व संख्याओं का अनुक्रम होता हैं. जिसमें प्रथम करेक्टर अक्षर होता हैं.

PL/I भाषा क्या हैं?

PL/I का full नाम Programming Language One (PL/I) हैं. इसे IBM द्वारा mid 1960s में Programming के सामान्य प्रयोग के लिए विकसित किया था. इसमें COBOL के समान commercial experiment एवं FORTRAN के समान scientific और mathematical experiments के गुणों का समावेश हैं.

इस भाषा को विकसित करने का एक मुख्य कारण यह भी था की क्यों न एक ऐसी Programming Language Develop की जाए. जो हर प्रकार की Computer समस्याओं के लिए Program तैयार करने में सक्षम हो. इसे सन् 1976 में ANSI Institution ने standard रूप प्रदान किया.

ज्यादा Features एवं सभी प्रकार की Capabilities के कारण इसे सीखना तथा इसका Use करना थोड़ा जटिल हो गया. जिसके कारण इस भाषा का अधिक उपयोग नहीं किया गया. PL/I Language का Compiler भी सार्वजनिक नहीं हैं. दरअसल यह ज्यादातर IBM मशीनों पर ही Run होता हैं.

C तथा C++ भाषा क्या हैं?

C साधारण प्रयोग में आने वाली Most Popular एवं Used होने वाली एक High Level Language हैं. इसे सन् 1970 में Dennis Ritchie ने Bell Telephone Laboratories में विकसित किया था. इसके Features Pascal के जैसे ही हैं. यानी यह modular programming, data structures जैसे features होते हैं.

इसके अलावा C द्वारा Computer Processor के Internal Register को भी Program किया जा सकता हैं. अतः आप कह सकते है की इसमें Low Level Languages (Assembly एवं Machine Language) के भी कुछ गुण उपलब्ध हैं.

यदि C Language के प्रमुख Features की बात की जाए. तो वे हैं – Modular, Structure Programming, Library Functions इत्यादि. तथा Low Level Languages के Features हैं – Data Structure, Sub-Program Concept इत्यादि.

आपको बता दे की C++, C Language का ही advanced version हैं. C++ Object Oriented Language हैं. इन Languages के अलावा High Level Languages में ALGOL, PRG, LOGO, LISP, ADA, PROLOG इत्यादि आते हैं.

PYTHON (पाइथन) क्या हैं?

पाइथन एक General Purpose Programming Languages हैं. यह लगभग सभी तरह का Program बना सकती हैं. सिवाय उस Program के जिससे Hardware को Access किया जाता हो. यह भाषा काफी सरल हैं. जिसके कारण इसे कोई भी सीख सकता हैं. इसमें function पहले से ही उपस्थित हैं.

Python के Program को script भी कहा जाता हैं. एक Program में लिखी गई सारी instructions Python के interpreter द्वारा execute होती हैं. इस interpreter को shell भी कहा जाता हैं. आप निम्न उदाहरण देख सकते हैं.

>>> Print ‘This book is Very good’.

>>> Print ‘PYTHON IS A VERY GOOD LANGUAGE’

Simply ठीक उसी तरह से Print हो जाएगा. जैसा की आप नीचे देख पा रहे हैं.

This book is very good.

PYTHON IS A VERY GOOD LANGUAGE.

आज आपने क्या सिखा (High Level Language in hindi)

यह थी What is High Level Language in hindi? की सम्पूर्ण जानकारी, जिसे आपको समझाने की हमने अपनी तरफ़ से पूरी कोशिश की हैं. HLL के बाद आपको 4GL भाषा क्या हैं? Fourth Generation Language क्या हैं? का भी सम्पूर्ण ज्ञान प्राप्त कर लेनी चाहिए.

अब आपने जान और सिख लिया है की उच्च स्तरीय भाषा क्या हैं? What is High Level Language in hindi? उम्मीद करते है High Level Language in hindi की यह सम्पूर्ण जानकारी आपके के लिए काफी उपयोगी रही होगी. आप चाहे तो इस लेख (High Level Language in hindi) को अपने दोस्तों के साथ सोशल मीडिया साइट्स पर शेयर कर सकते हैं.

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!
Scroll to Top